How to Remove Dandruff in Hindi

How to remove Dandruff in Hindi

रूसी होने पर कैसे बचे?


Know about Dandruff, दोस्तो वैसे तो अनेकों प्रकार की बीमारियाँ है, लेकिन रूसी भी एक बीमारी जैसी है. देश भर में 80 प्रतिशत लोग इस बीमारी से जूझ रहे है. यह इतनी बड़ी बीमारी भी नहीं है लेकिन इसे नज़रअंदाज़ नही किया जा सकता है. रूसी होने पर खुजली होती है, खुजली होने के कारण किसी भी स्थान पर सिर में खुजली करने से बहुत बुरा इम्प्रैशन पड़ता है. तो इसका इलाज़ बहुत ही जरूरी हो जाता है, तो दोस्तों आइये जानते है रूसी से कैसे बचाव करें.
रुसी क्या है?
शरीर में उपस्थित कफ और वात दोष के असंतुलित हो जाने से सिर की त्वचा पर सफ़ेद पपड़ी जैसी फफूंदी का जमावड़ा होने लगता है जिसे रुसी कहा जाता है.

रुसी होने के काऱण-Cause of Dandruff

हमारे शरीर में वात-पित्त-कफ दोष पाये जाते है, और अगर यह दोष असंतुलित हो जाये तो हमारे शरीर में बहुत सारी बीमारियां पैदा होने लगती है. साथ ही यह पित्त और कफ जब असंतुलित हो जाते है जो खून में मिल जाते है और खून को गन्दा कर देते है. और साथ ही सर के रोम छिद्र को बंद कर देते है. जिसकी वजह से सर की त्वचा रूखी होने लगती है और सर पर पपड़ी जमने लगती है. जिसे रुसी Dandruff कहते है. तो यह कारण है रुसी होने का और इसे पढ़कर आप जान ही गए होंगे की dandruff हमारे लिए कितना हानिकारक है, तो आइये जानते है की रुसी किस कारण होती है.

हमारे शरीर में वात-पित्त-कफ दोष पाये जाते है, और अगर यह दोष असंतुलित हो जाये तो हमारे शरीर में बहुत सारी बीमारियां पैदा होने लगती है. साथ ही यह पित्त और कफ जब असंतुलित हो जाते है जो खून में मिल जाते है और खून को गन्दा कर देते है. और साथ ही सर के रोम छिद्र को बंद कर देते है. जिसकी वजह से सर की त्वचा रूखी होने लगती है और सर पर पपड़ी जमने लगती है. जिसे रुसी Dandruff कहते है. तो यह कारण है रुसी होने का और इसे पढ़कर आप जान ही गए होंगे की dandruff हमारे लिए कितना हानिकारक है, तो आइये जानते है की रुसी किस कारण होती है.

  1. मानसिक तनाव
    आज कल लोग मानसिक तनाव में ज्यादा रहते है जिसके कारण से हमारे शरीर में मौजूद तनाव हार्मोन का स्त्राव सामान्य से ज्यादा होने लगता है. जिस वजह से रुसी हो जाती है. आजकल लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बहुत कम हो गई है क्योंकि खाने-पीने में पूरी तरह से पोषण नहीं मिलता, बाहर का संक्रामक खाना जैसे- आइसक्रिम, कोल्ड ड्रिंक, पिज्जा, बर्गर आदि जंक फ़ूड खाने से हमारे शरीर को पूरी तरह से पोषण नहीं मिल पाता है जिसके कारण इम्युनिटी सिस्टम कमजोर हो जाती है, हार्मोनल असंतुलित हो जाता है और बाल रूखे हो जाते है.
    सिर पर मृत कोशिकाएं यानि डेड सेल्स सफेद रंग में जमने लगते हैं जिनमें खुजली भी होने लगती है और खुजली करने पर पपड़ी जैसी सिर से गिरने लगती है. ज्यादा मात्रा में मीठा जैसे (चॉकलेट, पेस्ट्री, चीनी) आदि खाने से भी रूसी होने लगती है.
  2. विटामिन की कमी
    मनुष्य शरीर में अधिक जीवीय तत्व पाये जाते हैं जो कि हमारे शरीर की वृद्धि के लिये बहुत महत्वपूर्ण होते हैं. जो व्यक्ति अच्छे से खान-पान नहीं करते हैं अथवा जो लोग खाने में जीवनीय तत्व की मात्रा बहुत कम लेते हैं. जो लोग जंक फूड जैसे पिज्जा, बर्गर, मैदे से बनी हुई चीजों का अधिक मात्रा में सेवन करते हैं और हरी सब्जियाँ जैसे; लौकी, तरोई, परवल आदि बहुत कम मात्रा में लेते हैं जिसकी वजह से जीवनीय तत्व की कमी हो जाती है. रूसी में मुख्यत (Vitamin ’B’ Complex) जीवनीय तत्व की कमी की वजह से होने लगती है.
  3. उम्र
    15-18 वर्ष की उम्र में हमारे शरीर का विकास बहुत तेजी से होता है जिसके कारण सामान्यत: हार्मोन्स असंतुलित हो जाता है. जिससे कुछ लोगों की सिर की त्वचा ज्यादा तैलीय होने लगती है जिस वजह से बालों में रूसी होने लगती है. कुछ लोगों में हार्मोन्स असंतुलित होने के कारण सिर की त्वचा रूखी होने लगती है. जिससे सिर की त्वचा पर फफूंदी जैसी पपड़ी जमने लगती है.
  4. पर्यावरण का दूषित होना
    रुसी होने का पर्यावरण भी एक कारण है ,अब पर्यावरण बहुत दूषित होने लगा है पर्यावरण जैसे; धूल, मिट्टी, साधनों से निकला धुँआ, तेज धूप आदि कारणों की वजह से सिर की त्वचा के रोम छिद्र बन्द हो जाते हैं जिससे त्वचा रूखी हो जाती है. रूसी का यह भी एक महत्वपूर्ण कारण है.
  5. लम्बे समय हाई स्टेरॉयड दवा का सेवन करना
    जब कोई व्यक्ति हाई स्टेरॉयड मेडिसन ज्यादा लम्बे समय तक लेता है तो उसका इम्युनिटी सिस्टम भी कमजोर हो जाता है जिसके कारण हार्मोन असंतुलित हो जाते हैं जोकि रुसी होने का सबसे अहम कारण है.
  6. हानिकारक कैमिकल युक्त हेयर कलर का प्रयोग करना
    कई बार अमोनिया युक्त हेयर कलर का इस्तेमाल लम्बे समय तक बालों में प्रयोग करने से सिर की त्वचा रूखी और बेजान होने लगती है जिसके कारण बालों में Dandruff हो जाती है.
  7. हार्ड शैंपू का ज्यादा प्रयोग करना
    हार्ड शैंपू का प्रयोग भी बालों में रूसी की समस्या का कारण होता है. रोज शैंपू के बदलाव और कैमिकल युक्त शैंपू का प्रयोग करने से सिर की त्वचा पर गहरा असर पड़ता है जिसके कारण रूसी हो जाती है. बाजार में अनेक तरह के शैंपू उपलब्ध हैं इसलिए रुसी से परेशान लोगों को माइल्ड और हर्बल शैंपू पर विश्वास जताना चाहिए.
  8. ऑयली बाल
    आमतौर पर ऑयली बाल वालों को रूसी की समस्या से जरूर जूझना पड़ता है. सिर में तेल के रहने से त्वचा बहुत चिपचिपी हो जाती है जिस वजह से बालों में अधिक गंदगी जमा हो जाती है और ये गंदगी ही रुसी बनने का अहम् कारण है. सिर में गंदगी होने से बाल भी टूटने लगते हैं. यही नहीं सही खान-पान न होने के कारण बाल ऑयली हो जाते हैं जिसकी वजह से सिर में रूसी की समस्या हो जाती है. ज्यादा तला-भुना, ऑयली खाने से सिर के बालों में तेल आ जाता है जो डेंड्रफ का कारण बन जाती है.
  9. थायराइड की समस्या
    जिन लोगों को थयरॉइड की समस्या होती है, वह लोग डैंड्रफ का सामना अधिक करते है. थायरॉइड की समस्या होने से सिर की त्वचा अधिक रूखी हो जाती है, और बाल टूटने और झड़ने लग जाते है. सिर की त्वचा अगर रूखी होती है तब रुसी बहुत जल्दी होनी शुरू हो जाती है. जिन लोगों को थयरॉइड होता है वह लोग डैंड्रफ जैसी समस्या से हमेशा परेशान ही दिखाई देंगे.
  10. बरसात का मौसम
    बरसात के मौसम में सिर में रुसी का खतरा अधिक बढ़ जाता है, क्यूंकि इस दौरान बाल गीले होने के कारन बालों की नमी बानी रहती है. बरसात का पानी बालों में जाने से बाल चिपचिपे हो जाते है जिसके कारन बालों में डैंड्रफ का खतरा अधिक बढ़ जाता है. बरसात का पानी सर पर पड़ने से कीटाणुओं का खतरा होने लगता है. जिससे केवल डैंड्रफ ही नहीं बल्कि अधिक बीमारियां पैदा होने का खतरा बढ़ जाता है.

रूसी से बचने के उपाय/ Ways to get rid of Dandruff in Hindi

रुसी का होना बहुत ही आम समस्या बन चुकी है. और डैंड्रफ के लिए ज्यादातर घरेलु नुस्खे ही अपनाये जाते है. लेकिन कुछ जीवनशैली में रोजमर्रा की जिंदगी में फेरबदल करने से रुसी से बचाव किया जा सकता है. अब आइये ऐसे ही कुछ तरीकों के बारे में जानते है.


जीवनशैली में परिवर्तन

रोजमर्रा की जिंदगी में तनाव को कम करने, संतुलित आहार खाना और इसके साथ ही शरीर को साफ रखने रखना, इन सभी बातों से रुसी को रोकने में मदद मिल सकती है. व्यायाम करने से तनाव में राहत मिलती है, जो की रुसी रोकने की एक वजह है. नियमित रूप से प्राणायाम योग करना आवश्यक होता है.


रूसी उपचार करने के लिए सिर की सफाई-

सिर में इकट्ठी हुई मृत कोशिकाओं और परतों को हटाने के लिए सिर ओर बालों को अच्छी तरह से साफ करें. बालों को धोने सेलेनियम सलफाइड, जिंक और कटेकोनजोल से युक्त शैंपू का प्रयोग कर सकते है.
सिर पर जमी परतों को हटने के लिए बारीक कंघी या कंघे से अपने बालों को ब्रश करना चाहिए, ऐसा करने से रक्त परिसंचरण में सुधार आएगा.

रूसी का इलाज़ मालिश से करें-

नारियल या जैतून के तेल को गरम करके सिर की मालिश करें ऐसा करने से रक्त परिसंचरण में सुधार होता है, जब रक्त के संचालन होगा तब रूसी नियंत्रित होती है.


मौसम के बदलाव से बचाव-

बालों और सिर को मौसम से बचाए, सूरज की किरण और गर्मी सिर में तेल का उत्पादन बढ़ा सकती है, जो रूसी की समस्या बढ़ाता है. रूसी से बचने के लिए सुरज की किरणों और खराब मौसम में सिर को ढकें.


सूरज की किरणें-

सूरज की किरणों में गीले बालों को सुखाये, क्योंकि सूरज की किरणों में विटामिन तत्व पाये जाते है, जो रूसी को कम करने में बहुत मददगार होते है.


न करें तेल का इस्तेमाल-

रूसी में तारपीन युक्त तेल का उपयोग नहीं करना चाहिए क्योंकि यह बालों का रूखापन और अधिक बढ़ा देती है.


अन्य व्यक्ति की कंघी और तौलिये इस्तेमाल-

अपने लिए एक अलग तोलिया और कंघी रखें, किसी अन्य व्यक्ति का तोलिया और कंघी का प्रयोग कभी न करें.


स्विमिंग करते समय करें कैप का इस्तेमाल-

स्विमिंग पूल में तैरने के लिए हमेशा अपने सिर पर कप लगाना चाहिए, क्योंकि स्विंमिंग पूल के पानी में क्लोरीन पाया जाता है जो बालों के लिए बहुत हानिकारक होता है.

खान पान में बदलाव इस प्रकार लाकर रूसी का उपचार:-

 तेल, मसाले, अधिक मिर्च वाला खाने का सेवन अधिक नहीं करना चाहिए क्योंकि ये वाट दोष को बढ़ाकर सिर की त्वचा को रूखा कर देते है.
 चाय-कॉफी का सेवन बहुत कम मात्रा में करना चाहिए.
 रूसी के उपचार के लिए मूँगफली का सेवन करना चाहिए, क्योंकि इसमें विटामिन B और जिंक अधिक पाया जाता है.
 हरी सब्जियाँ जैसे- परवल, लौकी, तरोई, घिया, टिंडे, पालक, आदि का सेवन करने से रूसी का उपचार होता है. इनमें विटामिन B कॉम्प्लेक्स के तत्व पाये जाते है जो रूसी को कम करने में अधिक मददगार होते है.
 तिल के तेल का उपयोग बालों में मालिश के रूप में या खाने में बनाने के रूप में करना चाहिए क्योंकि तिल के तेल में अधिक मात्रा में ओमेगा पाया जाता है.
 रोज लहसुन की 1 या 2 कली का सेवन खाली पेट करना चाहिए क्योंकि लहसुन में एंटी फंगल एजेंट पाये जाते है जो रूसी को कम करने में अधिक मदद करते है.
कुछ शैंपू का इस्तेमाल न करें-
कोकमिडोरोपी बीटेन- ये एक प्रकार का कैमिकल है जो शैम्पू में प्रयोग किया जाता है. इस प्रकार के कैमिकल से बने शैम्पू का इस्तेमाल अधिक मात्रा में करने से सिर और आंखो में खुजली होने लगती है.


पॉली सोरबेट- यह कैमिकल का प्रयोग शैंपू में इस्तेमाल किए जाते है. इस कैमिकल युक्त शैम्पू का इस्तेमाल करने से त्वचा का PH लेवल असंतुलित होने लगता है जिसके कारण सिर की त्वचा और बाल रूखे और बेजान हो जाती है.


सोडियम ल्यूरियल सल्फेट- यह एक प्रकार का कैमिकल है जो शैम्पू में प्रयोग किया जाता है, इसके प्रयोग से सिर की त्वचा रूखी होने लगती है. जिस वजह से सिर में खुजली होने लग जाती है.


ट्राइडोसन– यह एक प्रकार का कैमिकल है जो शैम्पू में प्रयोग किए जाते है, इस कैमिकल से बने शैम्पू का इस्तेमाल अधिक मात्रा में करने से शरीर में उपस्थित हार्मोन्स असंतुलित हो जाते है. जिसके कारण सिर की त्वचा रूखी ओर बेजान हो जाती है.


रूसी से छुटकारा पाने के लिए कुछ घरेलू नुस्खे


रूसी होने पर बहुत ही शर्मिंदगी महसूस होती है और हर वक्त सिर में खुजली होने लगती है, शर्मिंदगी से बचने के लिए लिए घरेलू नुस्खे ही सबसे ज्यादा काम आते है. अगर घरेलू नुस्खे सही प्रकार से अपनाए जाए तो इसके साइड इफैक्ट बहुत कम होते है. अब आइये घरेलू नुस्खों के बारे में जानते है जिसे अपनाने से सिर की रूसी को हराया जा सके.
 नीम का मिश्रण
नीम का तेल रूसी के लिए बहुत फायदेमंद साबित हुआ है, क्योंकि नीम के तेल में विटामिन E पाया जाता है, जो बालों के रूखेपन को कम करता है और सिर की रूसी को पूरा जड़ से ख़त्म करता है. नीम एक “एंटी फंगल” का काम भी करता है, तो आइये जानते है इससे कैसे अप्लाई करना है-


विधि 1- नीम का तेल लें और उसमे 1 गिरी कपूर को कूटकर मिला लें और सिर की जड़ों में लगा लें दो हफ्तों के अंदर ही आपकी सिर की रूसी खतम हो जाएगी. गिरि कपूर में शीत होती है जो सिर की खुजली को कम कर देता है.
विधि 2- नीम के सूखे पत्तों को बहुत बारीक पीस लें और उसमें जैतून का तेल मिला लें और बालों की जड़ों में लगाए. लगाने के 1 घंटे के बाद बालों को शैम्पू से धों लें. यह नुस्खा बहुत ही मददगार होता है, इससे सिर की रूसी और सिर में होने लगी खुजली को दूर करता है.


 दही का प्रयोग-
बालों में शैम्पू करने के बाद बालों की जड़ों में दही को अच्छी तरह लगाकर 15 मिनट तक लगे छोड़ दें. उसके बाद फिर बालों को धों लें.


 टीट्री ऑइल का प्रयोग-
टीट्री ऑइल चाय की पत्ती से बनाया हुआ तेल होता है, जिसकी कुछ बूंदें नारियल के तेल के साथ मिलाकर लगानी चाहिए, टीट्री ऑइल में एंटीबैक्टीरियल गुण पाये जाते है. रूसी होने का एक कारण बैक्टीरियल संक्रमण भी है, इसलिए इस तेल का उपयोग रूसी को खतम करने के लिए भी किया जाता है.


 नारियल के तेल का प्रयोग-

200 नारियल के तेल में 5 ग्राम कपूर का पाउडर मिलाकर सिर में तीन हफ्ते लगाने में रूसी खत्म हो जाती है.


 सूखे संतरे के छिलके का प्रयोग-

इसके लिए सबसे पहले आपको 5 से 6 चम्मच नींबू का रस लेना है और सूखे संतरे के छिलके के पाउडर आवश्यकतानुसार मिलाकर पेस्ट तैयार कर लें, और इस मिश्रण को बालों की जड़ों में लगायें, जब सिर सुख जाए उसके बाद बालों को धों लें.


 तिल के तेल का प्रयोग-
तिल का तेल रूसी में राहत देता है, तिल का तेल एक प्रकृतिक तेल है, तिल के तेल का उपयोग रूसी होने पर करना चाहिए क्योंकि तिल के तेल में 74% फैटी एसिड पाया जाता है जो बालों को मुलायम और रूखेपन को कम करने में मदद करता है. इसके अलावा इसमें विटामिन “E” और विटामिन “C” पाया जाता है, तिल का तेल सूरज की हानिकारक किरणों से बालों को बचाता है.


 हल्के गरम तेल की मालिश-
बालों में तेल लगाने से पहले तेल को हल्का गुनगुना कर लें, क्योंकि गुनगुना तेल बालों की जड़ में अच्छे से पहुंचता है और बालों में उपस्थित रूसी को कम करने में मददगार होता है.

आशा करती हूँ आपको dandruff पर यह लेख बहुत पसंद आया होगा और इस लेख से आपको बहुत लाभ भी मिला होगा. आप इस लेख को अपने दोस्तों परिवारजनों के साथ साझा कर सकते है. आप इस लेख को Whatsapp, Facebook, Instagram, Twitter इत्यादि पर भी share कर सकते है.

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