Beti Bachao and Beti Padhao, बेटियाँ घर की लक्ष्मी होती है इसलिए “बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ” हमें ये बात आज समझ आए या फिर सालों बाद लेकिन समझ आएगी जरूर.
बेटियाँ घर की लक्ष्मी होने के साथ-साथ माता पिता की शान भी होती है और गर्व की पहचान है. लोग तो यूं ही लड़कों को घरों का चिराग बोला करते है दरअसल लड़कियां ही घर का चिराग होती है. लड़कियों पर ही पूरा घर टीका हुआ है.
तो दोस्तों आपको आज बेटी बचाओ और बेटी पढ़ाओ पर निबंध और कुछ ऐसी पंक्तियाँ जिन्हें जानना अत्यंत जरूरी है.
भारत में प्राचीन काल से ही एक स्त्री और एक महिला को वो सम्मान नहीं मिला है जिसकी वो हकदार है. एक स्त्री के अनेकों रूप होते है जैसेTYYYYYYY7 की एक महिला माँ, बहन, पत्नी, बेटी और अच्छा दोस्त आदि. महिलाओं को आज भी बहुत बार पुरुषों के आगे कमजोर समझा जाता है.
स्त्रियाँ की भूमिका इस संसार में देवी के रूप में मानी जाती है लेकिन कुछ लोगों की सोच हमेशा से ही पिछड़ी रही है. महिलाओं के लिए ये संसार पहले भी वही था जो आज है पहले भी एक स्त्री प्रताड़ित की जाती थी और आज भी प्रताड़ित की जाती है.
लड़की की बालिका वधू से ही जिंदगी के साथ खिलवाड़ होता आ रहा है. एक लड़की के जीवन में बहुत से बदलाव आते है.
एक स्त्री के होने की वजह से ही इस संसार में सभी पुरुषों को अस्तित्व मिला है देखा जाए तो ये दुनिया केवल एक स्त्री पर ही निर्भर है.
एक स्त्री के होने से ही पूरे विश्व में वीर जवानाओं ने जन्म लिया है और इतिहास के पन्नों में उन वीर जवानों के नाम को लिखा गया है. वीरों की नसों में जो खून है वो उनकी माँ की ही देन है.
भारत देश सोने की चिढ़िया इसलिए भी माना जाता रहा है क्योंकि भारत में एक माँ ही होती ही जो वीर जवानों, सपूतों को जन्म देती है और वो किसी हीरे से कम नही होते.
आज के समय के अनुसार कुछ लोगों के होते लड़कियां घरों से निकलते हुए डरती है प्रत्येक लड़की के दिल में रोजाना का समाचार सुन सुन कर डर ने अपनी जगह बना ली है. आए दिन रेप, और तेजाब आदि जैसी खबरे सुन कर लड़कियों के अंदर डर बैठा है. आए दिन देश में कन्या भ्रूण हत्या और बलात्कार जैसे मामले चाय में चीनी जैसे हो गए है.
Minister Of Tourism का भी ये मानना है की भारत की ऐसी हालत देखते हुए बाहर देश का कोई भी व्यक्ति हमारे भारत देश में घूमने आने से पहले सैकड़ों बार सोचता हैं.
भारत में इतने कारनामों के होने से ये बात साफ जाहीर होती है की भारत में आज भी शिक्षा की बहुत कमी है. भारत में कुछ लोगों ने कुछ इस तरह माहौल बना दिया जिसकी वजह से स्त्रियाँ असुरक्षित महसूस करती है.
आम लोगों की मानसिकता
स्त्री घर में केवल खाना बनाना और घर में रेह कर परिवार की सेवा करना है. लोगों की मानसिकता ये भी है की एक स्त्री कुछ नही करती सिवाय घर देखने के बच्चे पालने के.
लोगों की ऐसी पिछड़ी सोच की वजह से बहुत सी लड़कियों का सपना कभी पूरा नहीं पता है. लड़कियों के सपनों में उनका भविष्य निर्भर करता है.
स्त्रियॉं की वजह से भारत का नाम बहुत ही गरवान्वित भी है. लड़कियों का जीवन कष्टों से भरा होता है. एक स्त्री छोटी छोटी बातों पर भी खुश रहती है बड़ी ही कोमल और निश्छल होती है.
बेटी बचाओ और बेटी पढ़ाओ की शुरुआत कब की गयी?
बेटियों के भविष्य से संबन्धित कठनाइयों का हल हमारे देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने एक नई योजना का प्रारंभ किया जिसका नाम Beti Bachao Beti Padhao रखा गया. “बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ” की शुरूआत प्रधान मंत्री ने 22 जनवरी 2015 को पानीपत, हरियाणा में की थी.
देश की बेटियों पर स्त्रियॉं पर हो रहे अत्याचार को देखते हुए हमारे प्रधानमंत्री और मुख्य मंत्री द्वारा बहुत से कठोर कदम उठाए गए. जैसे की उनकी शिक्षा को लेकर सरकारी नौकरी में , व उनकी शिक्षा को लेकर बहुत से कदम लिए गए है. दिल्ली में मुख्य मंत्री केजरीवाल ने हर गली के चप्पे-चप्पे पर कैमरा आदि की सेवा शुरू करा दी है.
Beti Bachao Beti Padhao इस योजना के अनुसार बेटियों की शिक्षा के लिए उचित व्यवस्था की गई है और लोगों की सोच को बदलने के लिए जगह-जगह इसका प्रचार प्रसार किया जा रहा है जिससे लोग बेटा और बेटियों में किसी भी प्रकार का भेदभाव नहीं करें.
Top 10 lines on Beti Bachao and Beti Padhao in Hindi
दस वाक्य जो Beti Bachao and Beti padhao पर आधारित हैं.
10 lines on Beti Bachao and Beti padhao in Hindi
1) “बेटी बचाओ बेटी पढाओ” ये एक भारतीय शब्द हैं ये भारतीय सरकार के तीन मंत्रालयों द्वारा की गयी एक संयुक्त पहल है.
2) “बेटी बचाओ बेटी पढाओ” योजना का मुख्य उद्देश्य लड़कियों महिलाओं आदि के प्रति सभी भेदभाव को खतम कर उनकी जिंदगी दनवारने के लिए उनके जीवन का संरक्षण करना साथ में उनकी पढ़ाई को पूरा करना है. जैसे की भ्रूण हत्याएँ रोकना, लड़कियों के प्रति किसी भी भेदभाव को खतम करना, उनके भविष्य को उजागर करने के लिए उनकी शिक्षा को बढ़ावा देना है.
3) “बेटी बचाओ बेटी पढाओ” का मुख्य उद्देश्य बालिकाओं की शिक्षा और भारत के भविष्य में महिलाओं की भागीदारी होने के लिए उनका वैश्विक मंचों पर उनके अधिकारों में उनकी भागीदारी भी है.
4) 1961 में 976 से 2011 में 918 तक बाल लिंगानुपात (CSR) में गिरावट देखी गई है. बाल लिंगानुपात (CSR) में गिरावट के कारण महिलाओं को बेरोजगारी दिखाती है.
5) “बेटी बचाओ बेटी पढाओ” अभियान का देश में बाल लिंगानुपात की दर घटती हुई थी जिसे नियमित करने के लिए और महिलाओं को सशक्त बनाने की एक पहल इस अभियान द्वारा की गई है.
6)बेटियाँ घर की लक्ष्मी होने के साथ साथ अब घरों का चिराग भी होती है.
7) बेटियाँ अब बेटों से कम नहीं है वो बेटों से बेहतर साबित हो चुकी है.
8) “बेटी बचाओ बेटी पढाओ” योजना समाज में लड़कियों के लिए उनके महत्व को बनाए रखने में एक उत्तम पहल है इस पहल के जरिये हमें एक स्त्री की महत्वता का और उनका जरूरी होना भी बताता है.
9) स्त्रियाँ कहीं कहीं अपने आप को अगर पुरुषों से कमजोर समझती है तो ये “बेटी बचाओ बेटी पढाओ” उनके स्वाभिमान को ताकत देती है. साथ में एक बालिका के उत्सव को बढ़ावा देने और उसकी शिक्षा को सक्षम करने में मदद करता है.
10) “बेटी बचाओ बेटी पढाओ” महिलाओं के सम्मान और उनकी हिम्मत को सशक्त बनाने और उनके लिए भारतीय सरकार द्वारा और अन्य प्रकार के अवसरों को बढ़ाने का एक प्रयास है.
11) एक बेटी अपने घर के साथ साथ एक देश चालने की शक्ति भी रखती है.
12) हमें स्त्रियॉं की कदर होने के साथ साथ उनके सभी रूपों को समझना होगा क्योंकि एक स्त्री के अनेक रूप होते है जैसे की :माँ, बहन, बेटी, बीवी व अन्य बहुत सी है.
10 Lines for Girlsscheme “Beti Bachao and Beti padhao”In Hindi
- “बेटी बचाओ बेटी पढाओ” की शुरुआत 22 जनवरी 2015 को हमारे माननीय प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा हरियाणा में की गई थी.
- “बेटी बचाओ बेटी पढाओ” का उद्देश्य बालिकाओं के सम्मान और उनके प्रति एक समान अधिकार बनाना, उनकी शिक्षा को बढ़ावा देना है.
- “बेटी बचाओ बेटी पढाओ” CSR (बाल लिंग अनुपात) की गिरती दर को स्थिर करने पर केंद्रित करती है, जो पूरे देश में एक प्रमुख चिंता का और महत्वपूर्ण विषय है.
- “बेटी बचाओ बेटी पढाओ” की योजना बेटियों की महत्वता दर्शाती है क्योंकि एक बेटी बढ़ी हो कर, इन्दिरा गांधी जी, कल्पना चावला, गीता बबीता, जैसी महान हस्तियाँ बनती है.
- “बेटी बचाओ बेटी पढाओ” में बड़ी हो कर भारत के कल्याण में अपना बहुत बड़ा योगदान देती है जैसे की कोरोना वायरस के समय बेटियाँ जो डॉक्टरस, नर्स, पुलिस इंस्पेक्टर के रूप में अपना योगदान दिया है हम भूल कर भी नहीं भूल सकते है.
- बहुत से लोगों का मानना है की बेटियाँ इस संसार में बोझ है लेकिन ये एक घटिया सोच है यदि एक लड़की न हो तो इस संसार की कल्पना भी नहीं की जा सकती है.
- “बेटी बचाओ बेटी पढाओ” यह योजना भारत में बालिकाओं की हत्या को रुक कर उनके जन्म, पोषण और शिक्षा पर केंद्रित है.
- “बेटी बचाओ बेटी पढाओ” की पहल से प्रभावित महिला सशक्तिकरण के लिए कुछ #SelfieWithDaughter, #BeWithBeti आदि ऐसे सोशल मीडिया पर अभियान शुरू हो गए हैं.
- भारतीय सरकार बालिकाओं को बचाने और उनकी शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए कई कार्यक्रम और सामाजिक जागरूकता अभियान शुरू किए हैं.
- “बेटी बचाओ बेटी पढाओ” पहल ने कई जिलों में अपना परिणाम दिखाना शुरू कर दिया है जहां 2015 के बाद से बाल लिंगानुपात में काफी वृद्धि हुई है.
- अब समय आ गया है की हमें स्त्रियॉं के त्याग को जानना है जो हमेशा से ही त्याग देती आ रही है हमें स्त्रियॉं की इज्जत के साथ साथ उन्हे वो सम्मान भी देना है जिसकी वो हकदार है.
Beti Bachao and Beti padhao के लिए कुछ शब्द निम्नलिखित है: –
भारतीय सरकार द्वारा “बेटी बचाओ बेटी पढाओ” 22 जनवरी 2015 को हमारे माननीय प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा पानीपत हरियाणा में की गई थी. इस योजना के तहत यह तय कर दिया की राष्ट्र की प्रत्येक बालिका के पास अपना एक बैंक खाता होगा जो आवश्यक हो गया. ‘बेटी बचाओ बेटी पढाओ’ के तहत ये खाते पूरी तरह से कर-मुक्त होंगे. 10 वर्ष की आयु तक की लड़कियों के लिए खाते उपलब्ध हैं. “बेटी बचाओ बेटी पढाओ” के तहत एक ऐप को लांच किया गया जो सभी प्रासंगिक जानकारी प्रदान करने के लिए लॉन्च किया गया है. सरकार ने “बेटी बचाओ बेटी पढाओ” योजना को 100 करोड़ के बजट से शुरू की गई. इस योजना के तहत बाल लिंगानुपात शुरू में सबसे कम 100 जिलों को कवर किया गया. दूसरे चरण में, यह योजना आगे के 61 जिलों में शुरू की गई. ‘बेटी बचाओ बेटी पढाओ’ इस योजना का बहुत बड़ा और स्पष्ट प्रभाव पड़ा है.
“बेटी बचाओ बेटी पढाओ” एक बहुत ही अच्छी पहल है हमें इसका समर्थन करना है बहुत से लोग है जो इस शुरुआत का विरोध कर अपना नाम कमाना चाहते है लेकिन उन्हे ये नही पता की एक बेटी इस संसार की रीड की हड्डी है जिसके बिना इस संसार का भविष्य अंधकार में चला जाएगा.
20 Lines on Beti Bachao Beti Padhao in Hindi
20 वाक्य बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ पर आधारित
1.“यत्र नार्यस्तु पुजयन्ते रमन्ते तत्र देवता”
अर्थात् जहाँ नारियों को सम्मान दिया जाता है, वहाँ साक्षात् देवता निवास करते हैं। यह वेद वाक्य है अर्थात हमारे वेदों में नारी को उच्च स्थान प्राप्त है। परन्तु फिर भी सदियों से नारी घोर अन्याय, अत्याचार और शोषण से जूझ रही है।
2. हमारा भारत देश पौराणिक संस्कृति के साथ-साथ महिलाओं के सम्मान और इज्जत के लिए जाना जाता था। लेकिन बदलते समय के अनुसार हमारे देश के लोगों की सोच में भी बदलाव आ गया है। जिसके कारण अब बेटियों और महिलाओं के साथ सम्मान और इज्जत का व्यवहार नहीं किया जाता।
3.‘बेटी बचाओ बेटी पढाओ’ एक ऐसी योजना है जिसका अर्थ “कन्या शिशु को बचाओ और इन्हें शिक्षित करो” है।
4. बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ की शुरुआत प्रधानमंत्री ने 22 जनवरी 2015 को पानीपत, हरियाणा में की थी। हरियाणा में इसलिए की क्योंकि हरियाणा राज्य में उस समय 1000 लड़कों पर सिर्फ 775 लड़कियां ही थी।
5. बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना से महिलाओं के सशक्तिकरण से जुड़े मुद्दों का समाधान होता है।
6. बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना से पूरे जीवन काल में शिशु लिंग अनुपात में कमी को रोकने में मदद मिली।
7. बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ तीन मंत्रालय द्वारा कार्यान्वित की जा रही है जो इस प्रकार है महिला और बाल विकास मंत्रालय,स्वास्थ्य परिवार कल्याण मंत्रालय,मानव संसाधन मंत्रालय।
8. बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ की शुरूआत के बाद से लगभग सभी राज्यों में multi-sectoral District Action Plans चलाए जा रहे हैं।
9. जिला स्तर के कर्मचारियों तथा frontline workers की क्षमता को और बढ़ाने के लिए प्रशिक्षकों के लिए क्षमता निर्माण कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं और उन्हें प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
10. अप्रैल से अक्टूबर 2015 तक इस तरह के नौ प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जा चुके हैं जिसमें सभी राज्यों/संघ राज्य क्षेत्रों के महिला एवं बाल विकास मंत्रालय को शामिल किया गया।
11. बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ सरकार द्वारा चरणबद्ध तरीकों से लागू किया गया. प्रथम चरण में सरकार द्वारा 100 जिलों में इस योजना को लागू किया गया.
12. सरकार द्वारा बेटियों के अधिकार के प्रति जागरूक करने के लिए समय-समय पर बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ पोस्टर भी जारी किए जाते हैं जिसे अलग अलग माध्यम से दिखाया जाता है इससे समाज में बेटियों के प्रति जागरूकता फैलाई जा सके।
13. चयनित जिलों में 23 राज्यों के 87 जिले ऐसे थे जिनका लिंगानुपात राष्ट्रीय लिंगानुपात से कम था। और आठ राज्यों के आठ ऐसे जिलों में विशेष ध्यान दिया गया जहां लड़कियों के जन्म की दर में कमी आई थी।
14. सरकार द्वारा पांच ऐसे जिलों का चयन भी किया गया जिन्हें उदाहरण के रूप में पेश कर सके।
15. अगले चरण में सरकार द्वारा 11 राज्यों में से 61 ऐसे जिलों का चयन किया गया जहां का लिंगानुपात 918/1000 से कम था।
16. बेटी बचाओ बेटी पढ़ाई योजना से बेटियों को बहुत लाभ प्राप्त हुआ है जैसेइस योजना के माध्यम से बेटियों को उनकी शिक्षा पूरी करने और आत्मनिर्भर बनाने में सहयोग प्रदान किया गया।
17. केंद्र सरकार द्वाराशुरू की गई इस योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए अभिभावक को उसका अकाउंट बैंक और या पोस्ट ऑफिस में खुलवाना होगा। इस योजना के माध्यम से बेटी के 18 वर्ष पूरे होने पर वह जमा राशि का 50% और 21 वर्ष पूरे होने पर कुल राशि निकल सकेगी।
18. इस योजना के माध्यम से लोग अपनी बेटियों को बोझ ना समझ कर उन्हें भी शिक्षा ग्रहण करने को के लिए प्रोत्साहित करेंगे। देश में बेटियों के लिंगानुपात में सुधार होगा और भ्रूण हत्या जैसे अपराध को खत्म करने में मदद मिलेगी।
19. आज हमारा देश किसी साड़ी के भारत में जहां एक और चांद पर जाने की बात होती हैवहीं दूसरी तरफ भारत की बेटियां अपने घर से बाहर निकलने में भी कतरा रही हैं। इससे यह पता लगता है कि आज भीभारत देश पुरुष प्रधान देश है।
20. आज के समय में भी लोगों की सोच इस कदर बदल रही है कि आए दिन देश में कन्या भ्रूण हत्या और शोषण जैसे मामले देखने को मिलते हैं। जिसके कारण हमारे देश की स्थिति इतनी खराब हो गई है कि दूसरे देशों के लोग हमारे भारत में आने से झिझकने लगे हैं।
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना आवेदन हेतु आवश्यक दस्तावेज
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के अंतर्गतआवेदन के लिएआवेदक के पास कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज होने आवश्यक है,जिनके माध्यम से वह योजना में आवेदन की प्रक्रिया को पूरा कर सकेंगे,ऐसे सभी दस्तावेजों की जानकारी इस प्रकार है-
माता-पिता का आधार कार्ड/Parents Aadhar card
पैन कार्ड/PAN card
माता-पिता का पहचान पत्र/parents’ identity card
निवास प्रमाण पत्र/Address proof
कन्या का जन्म प्रमाण पत्र/birth certificate of girl child
बेटी का आधार कार्ड/daughter’s Aadhar card
बैंक खाता पासबुक/bank account passbook
पासपोर्ट साइज फोटो/passport size photo
मोबाइल नंबर/Mobile Number
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के लिए ऑनलाइन आवेदन कैसे करें?/How to apply online form of Beti Bachao Beti Padhao?
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए इसमें आवेदन की प्रक्रिया आप यहां बताए गए स्टेप्स को पढ़कर पूरी कर सकेंगे-
1. योजना में आवेदन करने के लिए उम्मीदवार को सबसे पहले इसकी ऑफिशल वेबसाइट पर जाना होगा।
2. ऑफिशल वेबसाइट पर विकसित करने के बाद आपको स्क्रीन पर वेबसाइट का होम पेज खुलेगा, वहां आपको Schemes के विकल्प पर क्लिक करना होगा।
3. इसके बाद आपके सामने बहुत से विकल्प आ जाएंगे इनमें से आपको मिशन शक्ति के विकल्प पर जाना होगा।
4. अब आपकी स्क्रीन पर एक लिस्ट खुलेगी यहां आपको बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के विकल्प पर क्लिक करना होगा।
5. अब अगले पेज में आपकी स्क्रीन पर बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना से जुड़ी जानकारी मिलेगी।
6. यहां आप सारी जानकारी ध्यान पूर्वक पढ़ लेंगे इसके बाद आपको योजना के लिए पंजीकरणकर सकते हैं।
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ ऑफलाइन आवेदन कैसे करें?
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना में ऑफलाइन माध्यम से भी आवेदन किया जा सकते हैं इसके लिए ऑफलाइन आवेदन प्रक्रिया आपको नीचे बताए गए स्टेप्स को पढ़कर करने हैं-
- इस योजना में ऑफलाइन आवेदन के लिए सबसे पहले आप अपने नजदीकी पोस्ट ऑफिस या बैंक में जाएं।
- वहां पर आपको अपने सभी महत्वपूर्ण दस्तावेजों को लेकर जाना है।
- इसके बाद आपको बैंक या पोस्ट ऑफिस से आवेदन फार्म प्राप्त करना होगा।
- अब आवेदन फार्म में आपको पूछी गई सभी जरूरी जानकारी ध्यान पूर्वक से भरनी होगी।
- इसके बाद आवेदन पत्र में सभी दस्तावेजों को अटैच कर देना होगा।
- सारी जानकारी भरकर फॉर्म की अच्छे से जांच कर ले यदि कोई गलती हो तो उसमें सुधार कर ले।
- इसके बाद फार्म को बैंक या शाखों में जमा कर दे।
- फार्म जमा होने के बाद आपको योजना की पासबुक प्रदान की जाएगी।
- इस तरह आप बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के आवेदन की प्रक्रिया को पूरा कर सकेंगे।
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ पर पूछे जाने वाले प्रश्न उत्तर
प्रश्न- बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना क्या है?
उत्तर- बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई एक कल्याणकारी योजना है जिसके माध्यम से बेटियों को शिक्षित करने और आत्मनिर्भर बनने के उद्देश्य से सरकार जन्म से लेकर बड़े होने तक उन्हें आर्थिक सहायता प्रदान करती है।
प्रश्न- बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना की ऑफिशल वेबसाइट क्या है?
उत्तर- wcd.nic.in
प्रश्न- बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना में कितने वर्ष की बालिका का खाता खुलवाया जा सकता है?
उत्तर- बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के अंतर्गत 1 वर्ष से लेकर 10 वर्ष तक की बालिका का खाता खुलवाया जा सकता है।
प्रश्न- बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ में ऑफलाइन आवेदन के लिए कहां जाना होगा?
उत्तर- बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना में ऑफलाइन आवेदन करने के लिए पोस्ट ऑफिस या बैंक से योजना का फार्म प्राप्त कर सकते हैं।
प्रश्न- इस योजना का लाभ एक परिवार की कितनी बालिकाओं को मिल सकेगा?
उत्तर- इस योजना का लाभ एक परिवार की दो बालिकाओं को मिल सकेगा।
प्रश्न- योजना में आवेदक कोक्या लाभ प्राप्त होगा?
उत्तर- योजना में आवेदक बालिका को उसके खाते में जमा राशि के साथ निर्धारित अवधि पूरी होने पर सरकार की ओर से भी अनुदान दिया जाएगा।
प्रश्न- बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के अंतर्गत खाते में कितनी राशि जमा करनी होती है?
उत्तर- बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के अंतर्गत बेटी का खाता खुलवाने से लेकर उसके 14 वर्ष पूरे होने तक निर्धारित राशि जमा करनी होती है यह राशि आवेदक हर महीने के आधार पर हजार रुपए या साल के ₹12000 जमा कर सकते हैं, आवेदक इससे भी अधिक धनराशि अपनी सुविधा अनुसारखाते में जमा कर सकते हैं।
आशा करती हूं आपको यह लिंक बहुत पसंद आया होगा, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना से संबंधित सभी जानकारी हमने आपको अपने लेकर माध्यम से प्रदान कर दी है।आशा करती हूं कि यह जानकारी आपके लिए बहुत उपयोगी होगी। यदि आपको हमारा लेख पसंद आया या इससे संबंधित कोई प्रश्न पूछना हो तो आप कमेंट करके हमसे अपना प्रश्न पूछ सकते हैं। इसी के साथ ही अधिक जानकारी के लिए आप हमारी वेबसाइट से जुड़े रहे। आप इस लेख को अपने परिजनों, मित्रोंआदि के साथ साझा कर सकते हैं साथ ही आप इसे व्हाट्सएप फेसबुक इंस्टाग्राम इत्यादि पर भी शेयर कर सकते हैं।