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किडनी के बारे में सम्पूर्ण जानकारियाँ in Hindi

Know about Kidney… क्या आप जानते हैं किडनी हमारे लिए कितनी महत्वपूर्ण होती है?  दोस्तों किडनी के बिना हमारा जीवन बेकार है, हमारी दोनों किडनी जीवन में बहुत मायने रखती हैं. 

दोनों किडनी पर जीना बहुत आसान होता है लेकिन जब एक किडनी पर जीना पड़े तो हम पहले जैसा जीवन नहीं जी पाते, एक किडनी पर हम नॉर्मल जीवन जीते हैं लेकिन हमें बहुत सावधानियां बरतनी पड़ती है.

शुरुआत से हमें छोटी-छोटी बीमारी पर ध्यान देना पड़ता है अगर हम ध्यान नहीं देंगे तो यह छोटी बीमारी बहुत बड़ा रूप लेती है मनुष्य को बहुत कमजोर बना देती है. 

इस लेख में हम जानेंगे कि अपनी किडनी का कैसे ख्याल रखें हर छोटी-छोटी बात का कैसे ध्यान रखें जिससे हमारी किडनी स्वस्थ रहें.

किडनी के बारे में कुछ महत्वपूर्ण जानकारी/
Some important information about kidney-

वैसे तो 8 मार्च को महिला दिवस मनाया जाता है लेकिन इस दिन महिला दिवस के अलावा Kidney दिवस भी होता है जिसे आमतौर पर कम लोग जानते हैं. इसकी शुरुआत सन 2006 में हुई थी.

  • एक वयस्क की किडनी का भार 142 ग्राम होता है यह मानव मुट्ठी के बराबर होता है. 
  • मानव शरीर में कुल 2 किडनियाँ होती है. 
  • लीवर (यकृत) के ठीक नीचे दाहिनी किडनी होती है, और यह मानव शरीर के आंतरिक अंगो में सबसे बड़ी होती है. 
  • दूसरी किडनी बाईं तरफ होती है जो दाहिनी किडनी की तुलना में छोटी है.
  • क्या आप जानते हैं अब तक  की सबसे बड़ी पथरी 1.1 किलोग्राम की पाई गई है. 
  • किडनी 1 दिन में 400 बार खून की सफाई करती है
  • मानव की एक कितनी अगर 75% भी ठीक है तो भी व्यक्ति आसानी से जीवन जी सकता है
  • मानव शरीर में  लो ब्लड प्रेशर है तो किडनी रक्त की धमनियों को सिकुड़ने का संदेश देती है
  • आप जानते हैं अगर एक बच्चा एक किडनी के साथ पैदा हुआ है तो  उसकी दूसरी किडनी का साइज 2 किडनी के बराबर होगा.

किडनी का सिकुड़ना/छोटा होना/
Narrowing/shortening of kidney:-

जैसा कि आप जानते हैं कि हमारे लिए Kidney बहुत महत्वपूर्ण है, और हमारे शरीर के अनेक कार्य करने में हमारी सहायता करती है. किडनी खराब होने से यह किसी भी गंभीर बीमारी का रूप ले लेती है मौत का कारण भी बन सकता है. 

मुख्य रूप से कितने के दो प्रमुख कार्य हैं हानिकारक अपशिष्ट उत्पादों और विषैले कचरे को शरीर से बाहर निकालना और शरीर में पानी, खनिजों, तरल पदार्थों का नियम अनुसार कार्य करना. हम जानते हैं कि किडनी का सिकुड़ना किसे कहते हैं,   किडनी के सिकुड़ने के भी लक्षण होते हैं जिसके बारे में शायद ही आप जानते होंगे तो आइए जानते हैं किडनी के सिकुड़ने के लक्षण क्या है?

12 लक्षण किडनी सिकुड़ने या किडनी के छोटे होने के:-

  • पेशाब का रंग गाढ़ा होना
  • शरीर में कमजोरी आना
  • थकान होना या हार्मोन के स्तर का कम होना
  • ठंड महसूस होना
  • बुखार आ जाना
  • उल्टी आना या जी घबराना
  • लंग्स में फ्लूइड जम जाना जिसके कारण सांस लेने में असुविधा हो
  • शरीर में ऑक्सीजन की कमी होना
  • बार-बार पेशाब आने का एहसास होना पेशाब में झाग आना
  • हाथ पैर ना और चेहरे  का सूज जाना
  • खून में रक्त में यूरिया का स्तर अधिक अधिक हो जाना बढ़ जाना
  • मुंह से बदबू आना 
  • पिछले भाग में दर्द होना आदि.

यह कुछ Kidney के सिकुड़ने के लक्षण है. इन लक्षणों को देख कर भी अनदेखा ना करें छोटी बीमारियां कब बड़ी बीमारी का रूप ले ले यह कोई नहीं जान सकता जब आपको इन लक्षणों का अनुभव आप अपने डॉक्टर से समय पर सलाह ले. 

यही नहीं कितनी शरीर में बिल्कुल मशीन की तरह कार्य करती है. जिस तरह से हम अपने मशीनों का ख्याल रखते हैं ठीक उसी तरह से हमें भी अपने शरीर में उपस्थित सभी अंगो का ख्याल रखना अनिवार्य हो जाता है. जैसे मशीनों का उपयोग करते करते उसमें भी हमें के साथ खराबी आनी शुरू हो जाती है ठीक उसी तरह से हमारी किडनी भी है जिसमें समय के साथ-साथ खराबी या आनी शुरू हो जाती हैं. 

समय पर इलाज करवाना ही उचित होता है वैसे तो शरीर में बहुत अंग होते हैं और सब का अलग-अलग कार्य होता है. शरीर का हर अंग कौन होता है और जिनमें से आप इस लेख में किडनी के बारे में जानेंगे. 

किडनी के क्या कार्य हैं/ What are the Functions of Kidney in Hindi

किडनी के मुख्य 7 कार्य/ 7 Main functions of kidney in Hindi

  • अम्ल और क्षार का संतुलन:-

किडनी शरीर में उपस्थित सोडियम, क्लोराइड, मैग्नीशियम, फास्फोरस, पोटेशियम, बाइकार्बोनेट की मात्रा को बनाए रखने में यथावत कार्य करती है इन सब की उचित मात्रा अम्ल और छार की मात्रा को बनाए रखने के लिए जिम्मेदार होते हैं.

शरीर में सोडियम की मात्रा या ज्यादा होने से मां पर असर पड़ता है और पौटेशियम की मात्रा के बढ़ने या घटने से हृदय की गतिविधियों पर असर पड़ता है. 

क्या आप जानते हैं हड्डियों और दांतों को स्वस्थ रखने के लिए कैल्शियम और फास्फोरस का उचित रखना ही अति आवश्यक होता है.

  • खून का शुद्धिकरण:-

किडनी वैसे तो बहुत अनेकों कार्य करती है जिनमें से एक कार्य खून साफ करने का है जिसे रक्तचाप नियंत्रण भी कहा जाता है किडनी शरीर में बन रहे हैं अनावश्यक जहरीले पदार्थों को पेशाब द्वारा बाहर  निकालने का कार्य करती है, और खून साफ होकर अपना कार्य करना शुरू कर देते है.

  • शरीर में पानी का संतुलन बनाए रखना:-

किडनी शरीर में पानी की मात्रा बनाए रखती है, और अधिक जमा हुआ पानी बाहर निकाल देती है.

किडनी के खराब हो जाने पर किडनी अपना कार्य करना जैसे कि शरीर में अधिक जमा पानी को निकालने की क्षमता खो देती है जिसके कारण शरीर पानी एकत्रित हो जाता है और शरीर सूज जाता है.

  • हड्डियों की मजबूती को बनाए रखना:-

स्वस्थ हड्डियों के लिए किडनी का कार्य अनमोल है. किडनी, विटामिन डी को सक्रिय रूप से परिवर्तित करता है. जोकि कैल्शियम के अवशोषण,  दांतो के विकास,  हड्डियों को मजबूत एवं स्वस्थ बनाए रखने के लिए आवश्यक है.

  • रक्त कणों में सहायता:-

जैसा कि हमें पता है लाल रक्त कण खून में उपस्थित होते हैं और लाल रक्त कणों का उत्पादन एरिथ्रोपोएटीन की मदद से अस्थिमज्जा (जिसे Born Marrow  भी कहा जाता है) में होता है. एरिथ्रोपोएटीनकिडनी में बनता है,  और किडनी के फेल होने की स्थिति में यह पदार्थ कम या बिल्कुल ही बनना बंद हो जाता है जिसके कारण खून में लाल रक्त कणों का बनना कम हो जाता है खून में फीकापन आ जाता है जिससे वह हल्के रंग का दिखने लगता है जिसे एनीमिया या खून की कमी भी कहा जाता है.

  • गंदे या अपशिष्ट उत्पादों का निकलना:-

किडनी अपशिष्ट उत्पादों को निकालने का कार्य करती है. यह अपशिष्ट या गंदे उत्पादों को हटाकर खून साफ करना किडनी का सबसे महत्वपूर्ण कार्य है. हम जो भोजन करते हैं उसमें प्रोटीन होता है और यह प्रोटीन शरीर को रोग से दूर कर शरीर के विकास के लिए आवश्यक है. 

इन सब के बावजूद हमारे शरीर में अपशिष्ट पदार्थों का उत्पादन हो जाता है जिसका निकलना ही एक सही हल होता है,  अगर यह शरीर से ना निकले, तो यह जहरीला बन जाता है. 

हमारी किडनी,  रक्त से विषैले अपशिष्ट उत्पादों को छानकर रक्त को साफ कर  देती है विषैले पदार्थ पेशाब के रूप में बाहर निकलते हैं. 

शरीर में दो अपशिष्ट उत्पाद बहुत महत्वपूर्ण होते हैं 1. क्रियटिनिन 2. यूरिया. जब दोनों किडनी खराब हो जाती है तो यह दोनों रक्त परीक्षण में उच्च स्तर पर पहुंच जाते हैं.

  • खून के दवाब पर नियंत्रण बनाना:-

किडनी शरीर में यह हार्मोन बनाती है जैसे Angiotensin,  Aldosterone,  Prostaglandin इत्यादि. 

यह हार्मोन शरीर में पानी की मात्रा एवं अम्ल और क्षार के संतुलन को बनाए रखती है. जिसके कारण शरीर में खून के दबाव सामान्य बने रहते हैं. हार्मोन का सामान्य बनाए रखने का कार्य होता है.

8 Lines किडनी को स्वस्थ बनाए रखने पर:-

  • किडनी को स्वस्थ बनाए रखने के लिए अधिक से अधिक पानी का पिये. 
  • रोज साफ, ताजे और मौसमी फलों का सेवन करें. 
  • अल्कोहल, चॉकलेट, और कैफीन जैसे पदार्थों का सेवन करने से बचे. 
  • किडनी को स्वस्थ बनाए रखने के लिए Best जूस का ही पिये. 
  • अपने रोज के खाने में नमक की मात्रा कम रखें. 
  • धूम्रपान ना करें, क्योंकि धूम्रपान करने से किडनी कैंसर होने का खतरा 50% बढ़ जाता है. 
  •  अगर आपको किडनी खराब होने के लक्षण में कोई लक्षण दिखता है तो  उसका समय पर इलाज करवाएं. 
  •  वजन सामान्य बनाए रखें, शरीर में वजन सामान्य बनाए रखने पर हाई ब्लड प्रेशर, हार्ट अटैक, आदि जैसी बीमारियां नहीं होंगी इन बीमारियों से दूर रहने के लिए स्वस्थ होना भी बहुत जरूरी है.

आशा करती हूं आपको यह लेख बहुत पसंद आया होगा, किडनी से जुड़ी हुई सभी जानकारी मैंने आपको इस लेख में दे दी है अभी किडनी का ख्याल रखें और किसी भी प्रकार के प्रयोग करने से पहले अच्छे से जानकारी हासिल करने के बाद ही उसका प्रयोग करें और सबसे महत्वपूर्ण बात किसी भी प्रोडक्ट को या दवाई को प्रयोग करने से पहले अपने चिकित्सक से सलाह जरूर लें.

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