THE GHARELU UPCHAR BY SONI 10 Lines,Health,Patient Needs,Trends 10 Lines on What is Piles? Symptoms, Causes, Prevention, Treatment in Hindi

10 Lines on What is Piles? Symptoms, Causes, Prevention, Treatment in Hindi

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बवासीर (Piles) क्या है? लक्षण, कारण, बचाव, इलाज in Hindi

Know about Piles, वैसे तो मैंने आपको बहुत सी बीमारियों के लक्षण, कारण, और उसके इलाज बताएं है, अब मैं आपको बवासीर बीमारी के बताने जा रही हूँ जो सुनने में बहुत ही आम बीमारी लगती है लेकिन यह बहुत ही दर्दनाक बीमारी है.

यह बीमारी होने पर लोग जल्दी से कहने में या किसी से साझा करने में हिचकिचाते हैं या फिर इसे अनदेखा करते हैं. जिसके कारण व्यक्ति को कब्ज, मल त्याग के दौरान दर्द व जलन व अन्य कई तरह की समस्याएं होती है और उन समस्याओं का सामना करना पड़ता है. बवासीर होने पर सूजन एनस के अंदर और बाहरी हिस्से की शिराओं में आ जाती है. जिसकी वजह से गुदा के अंदरूनी हिस्से में या बाहर के हिस्से में कुछ मस्से जैसे बन जाते हैं, और इनमें से ही कई बार खून निकलने लगता है और साथ ही बहुत दर्द असहनीय दर्द होता है.

बवासीर क्या है || What is Piles ?

Piles यानी वबासीर, आमतौर पर यह समस्या आजकल लोगों में आम हो गई है और इसकी सबसे बड़ी वजह है एक्सरसाइज न करना, अधिक मसालों वाला खाना खाना और जंकफूड का अधिक सेवन करना.

गलत रहन-सहन के कारण और गलत जीवन शैली के कारण ही बवासीर की समस्या बढ़ती जाती है. अगर हम Healthy Lifestyle को अपना लें और अपने खान-पान का ज्यादा नहीं तो थोड़ा बहुत ध्यान दें तो इस बीमारी से बचा जा सकता हैं. वैसे तो यह बीमारी ठीक हो सकती है, ठीक करने के लिए कुछ घरेलू नुस्खों का भी प्रयोग करके इस बीमारी से बचा जा सकता है. 

पाइल्स क्या है? || What is Piles?

WHO के मुताबिक, पाइल्स एक ऐसी बीमारी है जिससे पीड़ित व्यक्ति के एनस के अंदर और बाहरी हिस्से में सूजन आ जाती है. जिसकी वजह से एनस अंदरूनी हिस्से या बाहर के हिस्से में स्किन जमा होकर मस्से जैसी बन जाती है और इसमें से कई बार खून निकलने के साथ ही दर्द भी होता है. मल त्याग करते समय जोर लगाने पर ये मस्से बाहर आ जाते हैं. इस समस्या के कारण व्यक्ति को बैठने में और चलने में भी दिक्कत होती है. और इन मस्सों से कई बार खून निकलने लगता है और साथ ही बहुत दर्द यह मान लें की असहनीय दर्द होता है.

तो आइये अब जानते है की आखिर बवासीर होने के कारण क्या होते है ताकि हम उन कारणों को जानने के बाद वह कार्य नहीं करें. 

बवासीर होने का सबसे बड़ा कारण क्या है? || What is the biggest Cause of Hemorrhoids? in Hindi

  1. लंबे समय तक खड़े रहना

जो लोग लंबे और अधिक समय तक खड़े रहते है या फिर वजनदार या भारी वजन उठाते है,  उन्हें बवासीर की समस्या का सामना करना पड़ता है. अगर आप भी इन लोगों में से है या अगर आपका काम भी लंबे समय तक खड़े रहना है या भारी वजन उठाने का है तो लगातार काम करते समय बीच-बीच में आराम करें और थोड़ा ब्रेक लें. 

  1. अधिक मोटापा

आमतौर पर यह तो हम सभी को पता हैं कि मोटापा, कई बीमारियों की जड़ है. जिनमें से एक यह भी जान लेते है की मोटापे के कारण भी व्यक्ति को बवासीर की समस्या हो सकती है. इसलिए अगर आप चाहते हैं कि आपको बवासीर की समस्या ना हो तो आप अपने वजन को फिट करें और स्वस्थ रहें. फिट रहने से और वजन कम करने से आप कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं से आसानी से बच सकते हैं. 

  1. रक्तवाहिकाओं पर दबाव

बवासीर का कारण एनस व इसके आसपास रक्त वाहिकाओं पर अतिरिक्त दबाव होता है. अगर किसी व्यक्ति में लम्बे समय तक कब्ज होती है और मल त्याग के दौरान व्यक्ति को अधिक दबाव देना पड़ता है. ऐसे में मलाशय और एनल कैनल के भीतर रक्तवाहिकाओं पर दबाव बढ़ने के कारण उन्हें सूजन व अधिक असहनीय दर्द होता है.

  1. गर्भावस्था/प्रेग्नेंसी

गर्भावस्था के दौरान महिला में कई तरह के हार्मोनल बदलाव आते हैं. इतना ही नहीं, अधिकतर गर्भवती महिलाओं को गर्भावस्था में कब्ज की शिकायत लंबे समय तक बनी रहती है. ऐसे में गर्भवती महिलाओं में बवासीर के होने की संभावना भी बढ़ जाती है. ज़्यादातर महिलाओं में गर्भावस्था के दौरान और गर्भावस्था के बाद कब्ज की समस्या हो जाती है जिसके कारण ज़्यादातर गर्भावस्था के बाद महिलाओं में बवासीर की शिकायत होने लगती है. यही नहीं,  कुछ महिलाओं में सामान्य डिलीवरी के बाद भी बवासीर की समस्या भी हो सकती हैं.

बवासीर होने के कारण || Reasons of Piles in Hindi

विशेषज्ञों के मुताबिक, बवासीर यानी पाइल्स के निम्न कारण ज़िम्मेदार हो सकते हैं-

  • बवासीर होने पर कब्ज की समस्या अधिक होती है, कब्ज के कारण पेट साफ नहीं होता है और मल त्याग में जोर लगाना पड़ता है जिसके कारण पाइल्स यानि बावसीर की समस्या हो जाती है. 
  • जो लोग ज़्यादा देर तक खड़े होकर या चलते रहने का काम करते हैं, उन्हें भी बवासीर की समस्या हो जाती है. इसलिए बीच-बीच में ब्रेक लें और खुद को बीमारियों से दूर रखे.  
  • पाइल्स होने का एक कारण मोटापा भी है और साथ ही भारी वजन होने से बवासीर होने की समस्या उत्पन्न हो जाती है.  
  • गर्भावस्था के दौरान भी कई महिलाओं को पाइल्स यानि बवासीर की समस्या हो जाती है. 
  • डिलीवरी के बाद अगर ध्यान न दिया जाए तो बवासीर की समस्या हो सकती है. 
  • यह बात याद रखें यदि आपके परिवार में किसी को बवासीर है तो परिवार के और भी सदस्यों को होने का खतरा बढ़ जाता है. 

बवासीर/पाइल्स होने के लक्षण || Symptoms of Piles in Hindi

बवासीर, दो प्रकार के होते है 1. अंदरूनी बवासीर (इंटरनेल हेमोराइड्स) और 2. बाहरी बवासीर (एक्टर्नल हेमोराइड) है. अंदरूनी बवासीर को छूना मुश्किल है, लेकिन उसे महसूस किया जा सकता है, जबकि बाहरी बवासीर में बाहर से सूजन होता है और इसे पहचानना मुश्किल नहीं है. 

अगर आपको मल त्याग करते समय असहनीय दर्द हो या मलद्वार से खून आने लगे, या फिर खुजली होने लगे तो यह लक्षण बवासीर के है, जब आपको यह महसूस हो तो आप अपने डॉक्टर और चिकित्सक से जरूर साझा करें और समय पर इलाज करें. 

अगर आपको यह लक्षण दिखाई दें तो बवासीर की शिकायत है:-

  • मल त्याग करते हुए ज़ोर लगाना. 
  • बवासीर में मलद्वार के पास की नसों में सूजन होता है 
  • मल त्याग के समय अधिक और असहनीय दर्द होना और मल त्याग करते समय खून आना. 
  • एनस के आसपास सूजन और गांठ जैसे होना. 
  • एनस के आसपास अधिक खुजली होना. 
  • मल त्याग के बाद भी यह महसूस होना कि पेट साफ नहीं हुआ है. 
  • पाइल्स के मस्सों में सिर्फ खून आना. 

बवासीर की समस्या से छुटकारे के लिए घरेलू नुस्खे in Hindi

Home Remedies to Get rid of Piles problem in Hindi

बवासीर होने पर कुछ लोग असहज महसूस करते है, चाहे वो डॉक्टर से कहने की सोचे या अपने चिकित्सक से. असहज महसूस करते है. बवासीर को ठीक करने के लिए घर के कुछ वस्तु का प्रयोग करके ही बवासीर को ठीक करें.

कुछ बातों का ध्यान रखकर पाइल्स की समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है.

  • खाने में फाइबर युक्त और फाइबर से भरपूर चीज़ों को शामिल करें. 
  • पानी बहुत जरूरी है इसलिए रोज़ाना 8-10 ग्लास पानी पीएं. पानी शरीर से सारी गंदगी को निकाल कर शरीर को बीमारियों से दूर करता है.  
  • जितना हो सके भोजन हमेशा समय पर ही करें.  
  • रात में थोड़ी किशमिश भीगा दें और सुबह उठने के बाद भीगे हुए किशमिश खाकर उसका पानी पी लें, इससे आपको बवासीर से छुटकारा पाने में बहुत मदद मिलेगी. 
  • एक दिन में करीब 2 लीटर छाछ में 50 ग्राम जीरे का पाउडर मिलाकर पीने से बवासीर के मस्से खत्म हो जाते हैं. 
  • मौसमी, ताज़ा फलों का जूस और सब्ज़ियों का सूप बनाकर का इसका सेवन करें. यह अन्य बीमारियों को भी ठीक करने और स्वस्थ रहने में बहुत लाभकारी हैं.  
  • खजूर को रातभर पानी में भिगोकर रखें और सुबह खजूर का सेवन कर लें, ऐसा नियमित रूप से करने पर पेट साफ होगा और piles की समस्या भी खत्म हो जाएगी. 
  • एक चम्मच शहद में एक चौथाई हिस्सा दालचीनी का पाउडर मिलाकर मिश्रण का सेवन करें, यह बवासीर में बहुत ही फायदेमंद होता है. 
  • इस नुस्खे के लिए आम की गुठली के अंदर का हिस्सा और साथ ही जामुन की गुठली के अंदर के हिस्सा लेंगे और उसे सुखाकर उनका चूर्ण  बनाकर तैयार कर लें. फिर इसे हल्के गरम या गुनगुने पानी में या लस्सी में मिलाकर तैयार कर लें और रोज दिन में एक बार इस चूर्ण का सेवन करें. इस नुस्खे से बवासीर में बहुत राहत मिलेगी. 

डॉक्टरों और चिकित्सकों के कहने के मुताबिक, जिन्हें बवासीर की समस्या होती है उन्हें चटपटा, मसालेदार खाना, खट्टी चीज़ें और लाल मिर्च के सेवन से पूरी तरह परहेज़ करना चाहिए. ऐसी किसी भी चीज़ का सेवन करें जो आसानी से नहीं पचती हो. और जो पेट में गड़बड़ी शुरू कर देता है.

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