Sanitary Pads Rashes in Periods, Hello friends, क्या आप भी रेसिज से परेशान हैं? अगर हाँ तो, यह लेख आपके लिए बहुत उपयोगी होने वाला है. जिस तरह से हम अपने चेहरे का ध्यान रखते है ठीक उसी तरह हमें अपने गुप्त अंगों का ध्यान रखना होता है.
यही नहीं अगर हम अपने पूरे शरीर पर ध्यान नहीं देंगे, तो हमें संक्रमण (infection) होने का डर होता है. जो कि आपके भविष्य के लिए सही नहीं होगा. सबसे पहले अपने periods पर ध्यान देना होगा. जिसके बारे में आप यहाँ पढ़ेंगे.
Sanitary Pads for Girls Periods and Women’s in Hindi
समय-समय पर periods का आना आपके भविष्य के लिए बहुत अच्छा होता है. यह एक स्वस्थ गर्भावस्था की पहचान होती है. कभी-कभी periods समय पर नहीं आते है या होते ही नहीं है तो आपको इसके लिए अपने डॉक्टर की सलाह लेना बहुत जरूरी हो जाता है| इसे अनदेखा न करें|
यही नहीं अब देखते है periods में होने वाले रेसिज होने के कारण, और रेसिज न होने के लिए किन-किन steps को follow करें:-
और अधिक जाने…. How to get comfortable with Sanitary Pads Rashes in Periods
Disposable Sanitary Pads Used in Periods for Girls and Women’s in Hindi
रेसीज होने के कारण/Due to Rashes in Hindi
- रेसिज होने का एक महत्वपूर्ण कारण शरीर को स्वच्छ न बनाए रखना है.
- एक दिन में केवल 2-3 sanitary pad का उपयोग न करें बल्कि एक दिन में 4 से 5 पैडस का उपयोग करें.
- हर 5 से 6 घंटे में पैड बदलें, अगर आप ऐसा नहीं करते है और 6 से अधिक घंटे होने पर भी रेसीज होने का डर रहता है. तो हर 6 घंटे में पैड जरूर बदलें.
- टाइट कपड़े पहनने से बचें, काम काजी महिलाओं को अकसर ऐसे कपड़े पहनने पड़ते है जिसमें वह सहज महसूस करती है, लेकिन वह ऐसे कपड़ों का चुनाव कर लेती है जो बहुत टाइट होते है जिसके कारण रेसीज हो जाते है.
- रेसीज से बचने के लिए हवादार कपड़े पहने यहाँ तक की panty भी सॉफ्ट वाली पहने.
- गुप्त अंग को हमेशा साफ रखें, दिन में दो बार जरूर अपने गुप्तांग को धोएँ और टॉइलेट पेपर से हल्का-हल्का पोंछकर ही कपड़े पहने. अगर आप अपने गुप्तांग को स्वच्छ नहीं रखते है तो इससे आपको रेसीज होने का खतरा होता है और संक्रमण होने की शंका बनी रहती है.
रेसिज न होने के लिए किन-किन steps को follow करें/ Which steps should be followed for not having a race:-
मासिक धर्म में रेसिज होना बहुत आम हो जाता है इससे बचाव करना बहुत जरूरी हो जाता है, नहीं तो यह घाव का रूप लेने लग जाती है. Know about Sanitary Pads Rashes in Periods in Hindi
- Periods के दौरान हर 4 से 5 घंटे के बीच पैड बदलने की कोशिश करें.
- Periods में अच्छी पैंटी का उपयोग करें.
- Periods में लंबे और अच्छे पैड का उपयोग करें.
- Periods के दौरान जब भी आप पैड बदले, उसी समय अपने क्षेत्र को पानी से धोएँ.
- और साफ कपड़े से हल्के हाथों से पोंछ लें, फिर अपने पैड को लगाएँ, ऐसा करने से रेसिज होने की संभावना कम होगी.
- अपनी स्किन को ध्यान में रखते हुए ही पैड को खरीदें.
- कॉटन वाले पैड का करें इस्तेमाल.
- मासिक धर्म में पहने ढीले कपड़े, क्योंकि टाइट कपड़े पहनने से जांघ और जांघ के ऊपर रगड़ के निशान पड़ जाते है जो बाद में खुजली मचाने लगते है और वही से रेसेज की शुरुआत होती है|
यह ऐसे छोटे कार्य हैं जिन्हें हम हमेशा से अनदेखा कर देते है. जो हमारे भविष्य के लिए खतरनाक साबित हो सकते हैं.
आपकी स्किन के मुताबिक अच्छे Sanitary Pads ऑनलाइन और पास के मेडिकल स्टोर में उपलब्ध है.
आप जो Sanitary पैड उपयोग करती है उससे आपके रेसिज हो रहें हैं तो आप एक बार अपने डॉक्टर की सलाह के मुताबिक बताए गए sanitary pads का उपयोग करें. इन दिनों किसी भी प्रकार की दवाई लेने से पहले अपने डॉक्टर से जरूर बात करें.
अगर आप भी परेशान है periods में रेसिज से तो आपके लिए यह लेख बहुत उपयोगी होगा. और जानकारी प्राप्त करने के लिए मेरे अगले लेख को जरूर पढ़ें.
अगर आपको periods के दौरान और कोई परेशानी है जिसके बारे में आप किसी से बात नहीं कर पा रही हैं तो हमें comment के माध्यम से अपनी परेशानी जरूर बताएं, मैं आपकी परेशानी का हल जरूर बताऊँगी.
Thanks for Dropping!