डिप्रेशन क्या होता है? Depression Meaning in Hindi || Depression Definition, Depression क्यों, कैसे और कब होता है अवसाद होने का सबसे बड़ा कारण क्या है अवसाद होने पर क्या करना चाहिए Anxiety और Depression में अंतर क्या है
डिप्रेशन जिसे हिन्दी में अवसाद कहा जाता है यह एक आम मानसिक स्थिति है, यह एक मूड डिसऑर्डर होता है जिसके कारण व्यक्ति को लगातार उदासी, खालीपन और खुशी की कमी महसूस होती है। साथ ही जिन गतिविधियों में आपकी रुचि होती है उन्हें न करने में कमी आना।
डिप्रेशन से सोचने, सोने, खाने, और काम करने के तरीके में बदलाव आता है. यह किसी व्यक्ति के मानसिक स्वास्थ्य पर नकारात्मक असर डालता है।
Know about Depression Test
डिप्रेशन टेस्ट की जांच करने का एक तरीका है जिसे डिप्रेशन स्क्रीनिंग जाता है, इसमें सवालों का एक मानक सेट होता है, जिनके जवाब देने से पता चलता है की आप डिप्रेशन में या नहीं। डिप्रेशन टेस्ट के जरिए आप अपने स्वास्थ्य सेवा प्रदाता को यह बता सकते है की आपको डिप्रेशन है या नहीं।
डिप्रेशन टेस्ट से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बातेंः
- डिप्रेशन टेस्ट में एक पैमाना होता है जिसके आधार पर डिप्रेशन के लक्षणों को वर्गीकृत किया जाता है।
- टेस्ट के साथ, नैदानिक साक्षात्कार भी होता है।
- इस टेस्ट के जरिए, डिप्रेशन के डरे और प्रभाव को बेहतर तरीके से समझा जा सकता है।
- डिप्रेशन की जांच, अक्सर नियमित स्वास्थ्य जांच के हिस्से में की जाती है।
- चिकित्सा विशेषज्ञों का यह कहना की 12 वर्ष की उम्र से ही हर एक व्यक्ति को डिप्रेशन की जांच करनी चाहिए।
अगर आपको भी डिप्रेशन जैसा महसूस हो तो आप किसी अच्छे साइकाइट्रिक के पास जाना चाहिए। डिप्रेशन का सबसे अच्छा इलाज है तनाव मुक्त रहना तो दोस्तों तनाव मुक्त रहे।
डिप्रेशन या अवसाद के लक्षण (Depression Symptoms in Hindi) Sing of Depression
- थकान महसूस होना
- बहुत ज्यादा चिंतित, उदास या निराश महसूस करना
- नींद न आना या ज्यादा सोना
- रात भर नींद न आना या सुबह जल्दी उठ जाना
- ध्यान केन्द्रित करने में परेशानी होना
- मृत्यु के विचार आना
- सिरदर्द या पेट खराब रहना
- निर्णय लेने में परेशानी होना
- अस्वस्थ भोजन की ओर आकर्षित होना
- भूलना- चीजें याद रखने में परेशानी होना
- किसी भी समस्या आने पर बहुत जल्दी हताश हो जाना
- हर समय बुरे होने की आशंका रहना
डिप्रेशन हर उम्र के लोगों को प्रभावित कर सकता है। जबकि महिलाओं में पुरुषों के मुकाबले डिप्रेशन का प्रचालन ज्यादा होता है। डिप्रेशन को दूर भगाने के लिए medication करना बहुत जरूरी है, नीचे कुछ medication दिये गए है जिस पर अम्ल करके आप डिप्रेशन को दूर भगा सकते है।
Depression Medication

डिप्रेशन के इलाज़ के लिए अनेक प्रकार की दवाएं भी उपलब्ध है जो इस प्रकार है:-
- एमिट्रिप्टीलाइन
यह दवा डिप्रेशन और उदास मनोदशा के इलाज़ के लिए इस्तेमाल की जाती है। ये गोलियों और तरल रूप में उपलब्ध है।
- सेरोटिन
डिप्रेशन होने पर मस्तिष्क में सेरोटोनिन का स्तर घाट जाता है यानि कम हो जाता है तो यह दवा मस्तिष्क में सेरोटोनिन के स्तर को बढ़ाने का काम करती है। यह डिप्रेशन और चिंता से राहत दिलाती है।
- एस्केटामाइन
यह दावा उन लोगों के लिए असरदार होती है जिन लोगों पर बाकी दूसरी अवसादरोधी दवाएं काम नहीं करतीं है, यह दवा नाक स्प्रे के रूप में आती है और से क्लीनिक में ही दिया जाता है। किसी भी प्रकार की दवाइयों के लिए अपने चिकित्सक से सलाह जरूर लें।
- प्रौजैक
यह दुनिया की सबसे प्रसिद्ध एंटी डिप्रेसेंट दवा है।
अवसादरोंधी दवाओं से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बातें:-
- अवसादरोधी दवाओं के साथ शराब और मनोरंजनात्मक दवाओं का सेवन न करें।
- अवसादरोंधी दवाओं को लेने में समय लग सकता है।
- अवसादरोधी दवाओं को लेने पर साइड इफैक्ट हो सकते है, लेकिन कुछ हफ़्तों के बाद यह कम हो जाते है।
- अवसादरोधी दवाओं को डॉक्टर के सलाह पर ही लें और डॉक्टर के बताए गए समयावधि के अनुसार लें।
- अगर आप अवसादरोधी दवाइयाँ लेते है तो उसे बंद न करे जब तक की आपका डॉक्टर सलाह न दे। दवाइयाँ अचानक बंद करने से डिप्रेशन और भी बदतर हो सकता है।
10 Depression Quotes in Hindi
- स्कूल की परीक्षाएँ भले ही रद कर दी गई हो,
जिंदगी की कठिन परीक्षा की घड़ी है
यह देनी ही होगी।
- छट जाएगा ये हल्का सा अंधेरा,
रख विश्वास अपने आप पर।
ये तो उस सुनहरी सुबह का इशारा है,
जो नई आशाएँ और उम्मीदें लिए,
इंतज़ार कर रही है तेरा…..
- तुझमें कितनी क्षमता है ये तुझे पता है,
जमाने को सिर्फ तेरी जीत का नशा है।
- व्यक्ति कर्मों में जीता है
वर्षों में नहीं….
- कभी-कभी राहों के काटें मजिल आसान बना देती है,
क्योंकि जब यह चुभने लगते है तो मजिल को और भी
जल्दी पाना एक जुनून बन जाता है….
- मजेदार तो पूरी ज़िंदगी ही है
चाहे सुख हो या दुख…
बस ज़िंदगी में नमक, मिर्च, और इमली का
स्वाद देने वाले कुछ लोग हो…
- शोर की हर खामोसी का आदि हूँ मैं,
अंधेरी रात का अकेला फरियादी हूँ मैं…
- कितनी मजेदार है न ये ज़िंदगी,
गिराती भी खुद है और,
उठाती भी खुद ही है…
- आत्मा का शरीर त्याग करना ही मृत्यु नहीं है
मृत्यु तब भी जब,
इंसान जीना भूल जाए…..
- सफलता पाने के लिए
पुस्तक ही सर्वोतम सीढी है।
Difference between Anxiety and Depression in Hindi
डिप्रेशन और एंग्ज़ायटी दोनों मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याएं हैं। डिप्रेशन एक मानसिक बीमारी है, जबकि एंग्ज़ायटी एक सामान्य भावना हो सकती है।
एंगजायटी और डिप्रेशन में अंतर को कैसे पहचाने? नीचे दिये गए तरीकों से आप समझ सकते है की आपकी मानसिक स्थिति क्या है….
दोस्तों, आज के समय मेंहमारी ऐसी दिनचर्या हो गई है कि हम ज्यादातर समय उदासी में बिताते हैं, हम काम करते-करते इतनी टेंशन ले बैठे हैं हम यह सोच बैठते हैं कि हमें डिप्रेशन के शिकार हो रहे हैं।
आमतौर पर लोग सामान्य उदासी और निराशा को भी डिप्रेशन यानि अवसाद समझ लेते हैं इस लेख में आप जानेंगे कि एंगजायटी और डिप्रेशन में क्या अंतर होता है।
आयदिन हम ऐसे ज्यादातर लोगों में एंगजायटी और तनाव (Anxiety) जैसी स्थितियों का सामना करना पड़ता है। लेकिनलोग सामान्य उदासी और तनाव को ही डिप्रेशन समझ लेते हैं। जबकि यह दोनों स्थितियां बिल्कुल अलग है।
हालांकि दोनों ही मानसिक स्वास्थ्य है से जुड़ी गंभीर स्थितियों हैयह दोनों आम तौर परएक साथ देखने को मिलती हैं। और यह भी देखा गया है कि एंजायटी से पीड़ित 60%लोगों मे डिप्रेशन विकसित होने की संभावना रहती है।
इस लेख के माध्यम से आपको बता दे की दोनों ही मानसिक स्थितियां होने पर कई संकेत और लक्षण देखने को मिलते हैं और दोनों के ही लक्षण अलग-अलग होते हैं। हालांकि कई लक्षण दोनों ही स्थितियों में सामान देखने को भी मिलते हैं। इस लेख में हम आपको दोनों में अंतर पहचानने के लिए कुछ सरल तरीका बता रहे हैं जिससे आपको ये पता चल जाएगा की आपको एंगजायटी है या डिप्रेशन?
डिप्रेशन | एंग्जायटी | |
भावना | उदासी, खालीपैन, निराशा | भय, डर, बैचैनी |
शारीरिक लक्षण | थकान होना, नींद न आना, भूख न लगना | बैचैनी, चिड़चिड़ापन, पसीना आना |
दुष्प्रभाव | सामान्य गतिविधियों में व्यवधान | ध्यान केन्द्रित न कर पाना, डर, चिंता |
एंग्जायटी
- एंग्जायटी को चिंता कहा जाता है और चिंता को विकार के रूप में जाना जाता है।
- एंग्जायटी में घबराहट, डर और बैचैनी होती है।
- एंग्जायटी होने पर ध्यान केंद्रित करने में परेशानी होती है।
- एंग्जायटी में दिल की धड़कन तेज हो सकती है और पसीना भी आ सकता है।
डिप्रेशन
- डिप्रेशन को मानसिक स्वस्थ्य की गंभीर समस्या माना जाता है।
- डिप्रेशन में भूख में और वजन में बदलाव हो सकता है।
- डिप्रेशन में उदासी, थकान और ऊर्जा में कमी होती है।
- डिप्रेशन में नींद में बदलाव आता है या तो नींद ज्यादा आएगी या फिर आएगी ही नहीं।
- डिप्रेशन होने पर अपराध जैसी भावना आ सकती है।
- डिप्रेशन में अक्सर आत्महत्या या मृत्यु के विचार आ सकते है।
एंग्जायटी और डिप्रेशन दोनों ही विकार एक ही वजह से पैदा हो सकते है। यदि आपको लंबे समय से चिंता (एंग्जायटी) के लक्षण दिखाई देते और इससे आपका जीवन भी प्रभावित हो रहा हो तो आपको अपने चिकित्सक या किसी विशेषज्ञ से सलाह लेनी चाहिए।
Notice:-
अवसाद की तुलना में लोगों में चिंता की समस्या अधिक देखने को मिलती है। एंग्जायटी के मामले डिप्रेशन से लगभग दोगुना अधिक मामले सामने आते है। इसलिए उदासी या निराशा होने पर पहले एंग्जायटी पर ध्यान देना चाहिए।
खतरा-
यह दोनों ही विकार से महिला और पुरुष को अलग-अलग तरीके से प्रभावित करती है। ये दोनों ही स्थितिया पुरुषों में भी अधिक देखने को मिलती है। इन दोनों स्थितियों में महिलाओं के शरीर में हार्मोन्स के स्तर में उतार-चढ़ाव देखने को मिलते है। इसलिए महिलाओं में इनका खतरा दोगुना होता है। इसलिए कोई भी महिला ऐसी भावना को नोटिस करे तो उसे अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
डिप्रेशन से छुटकारा कैसे पाएँ?
डिप्रेशन से छुटकारा पाने के लिए, आप जीवनशैली में बदलाव कर सकते हैं और अपने मनोभावों को समझने का प्रयास कर सकते हैं. साथ ही, किसी विशेषज्ञ से सलाह लें.
डिप्रेशन से छुटकारा पाने के लिए आपको अपनी जीवनशैली में बदलाव करने की जरूरत है, अपनी मनोभावों को समझें और किसी अच्छे विशेषज्ञ से सलाह लें।
ऐसे करें अपनी जीवन शैली में बदलाव:-
- व्यायाम करें और पर्याप्त नींद लें
- स्वस्थ और संतुलित आहार लें
- सुबह जल्दी उठकर सैर पर जाए
- योग और ध्यान करें
- बाहर समय बिताएं
- खुली जगहों में जाएं
- नशीले पदार्थों जैसे शराब के सेवन से बचें इत्यादि
अपने मनोभावों को इस प्रकार समझे:-
- अपनी भावनाओं को स्पष्ट रूप से व्यक्त करें
- दयालु बने
- अपने जीवन में उन मूल्यों को सबसे ज्यादा प्रमुखता दे आपके लिए सबसे ज़्यादा महत्वपूर्ण है
- अपनी भावनाओं को व्यक्त करने के लिए अपने पास एक notebook रखें
डिप्रेशन से राहत पाने के लिए, अपने दैनिक लक्ष्य निर्धारित करें। विटामिन D की भरपूर मात्रा लें विटामिन डी की कमी से भी डिप्रेशन जैसी समस्या हो सकती है। विटामिन बी शरीर को स्वस्थ रखने के लिए भी बहुत जरूरी है।
किसी अच्छे विशेषज्ञ डॉक्टर या मानोचिकित्सक से सलाह ले और उनसे कुछ न छुपाये। अपने डिप्रेशन के बारे में जाने और इस बारे में अपने चिकित्सक से बात करें। और डॉक्टर के कहने पर ही अपना उपचार बंद करें। व्यायाम, सहायता समूह और टॉप थेरेपी लें।
दोस्तों, अगर आपको भी ऐसे कोई लक्षण दिखाई दें तो आप देरी न करें तुरंत सलाह से और अपने डॉक्टर के कहे अनुसार ही चलें। तो आपको यह लेख कैसा लगा? इस लेख को अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाए ताकि वह भी अपने अवसाद को जान सके और सही समय पर अपना इलाज़ करवा सकें।
आप इस लेख को किसी भी सोश्ल मीडिया प्लेटफॉर्म जैसे- facebook, whatsapp, twitter, Telegram, Instagram इत्यादि पर भी शेयर कर सकते है।
Thanks for Droping…..